उसे उस रात सपने में लगा कि वह उसकी है और फिर - THE NEWS READER 365

उसे उस रात सपने में लगा कि वह उसकी है और फिर

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सतीश  प्रियांशी के नजदीक बैठा हुआ था और अपने दिल की बात प्रियांशी से कहने वाला था कि  उसके नींद खुल गई उसे याद आया कि यह सपना था जिस सपने में हो प्रियांशी के नजदीक बैठकर उससे अपने दिल की बात कह रहा था फिर वह सोचने लगा कि उसे ऐसा सपना क्यों आया वह प्रियांशी को पहले से बचपन से जानता था दोनों साथ ही पढ़ते थे स्कूल में पर वह कभी प्रियांशी से बात नहीं करता था कभी कभी बहुत कम तो बात कर लेता था वरना उससे कभी भी बात नहीं करता था




 वह सोच रहा था कि ऐसा सपना क्यों है वह बार-बार सपने के बारे में सोच रहा था ऐसा सोचते सोचते कई दिन बीत गए  पढ़ाई करने के लिए गांव से बाहर गया हुआ था फिर कुछ समय बाद गांव में आया उसका घर प्रियांशी के घर ज्यादा दूर नहीं था तो ऐसे  में उसके घर के सामने से निकल जाता था उसे देखने के बहाने से पर वो कई बार दिखती नहीं थी सतीश एक शर्मिला लड़का था तो चुपचाप निकल जाता तो बात भी नहीं करता था




 फिर कुछ समय बाद वह वापस शहर आ गया बाद में उसने पता लगाया कि प्रियांशी कहा पढ़ रही है इस समय उसने भी उसी कॉलेज में अपना दाखिला करवा दिया अब दोनों साथ घर आने जाने लगे लेकिन उसकी सहेली उसके साथ रहती थी इसलिए ज्यादा बात नहीं हो पाती थी ऐसे ही चलता रहा एक दिन दोनों साथ आ रहे थे उस दिन उसकी सहेली उसके साथ नहीं थी सतीश ने सोचा कि उस दिन सपने वाली बात अगर सच हो जाए तो दोनों एक जगह कॉफी पीने के लिए रूकें तो सतीश ने सोचा कि अपने दिल की बात कह दू फिर उसने अपने दिल की हिम्मत करके उससे कहा कि मैं तुम्हें पसंद करता हूं तुमसे शादी करना चाहता हूं प्रियांशी ने जैसे यह सुना वह कॉफ़ी छोड़कर जाने लगी तो सतीश ने उसका हाथ पकड़ कर कहा कि तुम अभी आराम से सोच लेना और मुझे अपना फैसला बता देना और प्रियांशी चली गई सतीश भी अपने घर आ गया और सोचे लगा कि वह हां करेगी या नहीं वह इंतजार करता रहा





 कुछ दिनों बाद वह एक गार्डन मुझसे मिली उसने कहा हां मुझे मंजूर है मैं तुमसे शादी कर सकती हूं मगर मुझे कुछ समय चाहिए मैं कुछ करना चाहती हूं मेरे कुछ सपने है मुझे मेरे सपनों को पूरा करना सतीश ने भी हां कर दी और कहा मैं तुम्हारा पूरा साथ दूंगा तुम्हारे सपने को पूरा करने में फिर दोनों मिलने लगे उसके बाद एक दिन सतीश ने प्रियांशी को बताया कि उसने उसे क्यों पसंद किया उसने सपने रात के सपने के बारे में बताया कि वह उस से उस रात सपने में अपने दिल की बात कहने वाला था कि उसके नींद खुल गई और तुम्हारे बारे में सोचने लगा कि वह सोचने लगा कि सही ही रहेगी शादी के लिए विचार किया और हां यही सही रहेगी। 





बाद में दोनों ने अपने मम्मी पापा से बात की  सतीश के मम्मी पापा मान गए मगर प्रियांशी के मम्मी पापा नहीं मान फिर बाद में किसी तरह समझाने बुझाने से वो भी मान गए और फिर दोनों की शादी हो गई सतीश एक बड़ा बिजनेसमैन बन गया और प्रियांशी एक बहुत बड़ी डॉक्टर बन गई।‍‍



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