MP Tourism: प्रकृति में बसे है मध्य प्रदेश 5 बेस्ट स्थल एक बार घूमने के लिए जरूर जाए The News Reader 365 - THE NEWS READER 365

MP Tourism: प्रकृति में बसे है मध्य प्रदेश 5 बेस्ट स्थल एक बार घूमने के लिए जरूर जाए The News Reader 365

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अगर आप भी कही अपने परिवार के साथ कही घूमने जाने का प्लान बना रहे है हम आप के लिए लाये हैं मध्य प्रदेश के 5 बेस्ट प्रकृति की गोद में बसे घूमने फिरने के लिए बेस्ट जगह जहा आप अपने परिवार के साथ जा सकते है ।
 मध्य प्रदेश को देश का ह्रदय  कहा जाता है। यहां काफी सारे ऐतिहासिक, प्राकृतिक और धार्मिक स्थल है। जो देश ही नहीं दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं।  






पचमढ़ी






 पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एक फेमस  हिल स्टेशन है पचमढ़ी मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में है पचमढ़ी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. यहां हर भरे सुंदरता के कारण इस जगह को 'सतपुड़ा की रानी' के नाम से भी जाना जाता है. पहाड़ों की ऊंचाई से गिरते झरने, यहां की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं. यहां का सिल्वर फॉल तो देखने लायक है, जहां करीब 350 फुट की ऊंचाई से पानी नीचे गिरता है और यह पानी देखने में बिल्कुल दूध के जैसा दिखता है. इस हिल स्टेशन पर दूर दूर से पर्यटक घूमने आते हैं । यहां आपको कई धार्मिक स्थल भी मिल जाएंगे। साथ ही यहां का खूबसूरत नजारा देख आपका वापस जाने का मन नहीं होगा।  यहां कि पर्वत श्रृंखलाओं की खूबसूरती देखने लायक होती है। 






मांडू









 मांडू मध्यप्रदेश की सबसे फेमस प्लेस है. यहा  कई  फिल्मों शूटिंग की शूटिंग की जा  चुकी  है। यहां कि प्राकृतिक सुंदरता आपका मन मोह लेगी।  यहां कि हरियाली , पर्वत आपका मन मोह लेंगे धार जिले में विंध्य की पहाड़ियों पर मौजूद इस पर्यटक स्थल के अंदर कई ऐतिहासिक धरोहर है। यहां करीब 25 से ज्यादा महल है। ये पूरा पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां पर आने वाले पर्यटक यहां की खूबसूरती  में ही खो जाते हैं।







शिवपुरी 






 शिवपुरी ग्वालियर से 119 किमी की दूरी पर है। यह एक पर्यटक नगरी है। शिवपुरी की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने के लिए यहाँ पर्यटक बड़ी संख्या में आते है। शिवपुरी में ग्वालियर के सिंधिया वंश की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। वे शिवपुरी में गर्मियों के दिनों में यहाँ रहने के लिए आया करते थे। शिवपुरी के घने जंगलों में राजा महाराजा शिकार खेलने आते थे। महाराज ने यहीं से हाथियों के विशाल झुंड और शेरों को पकड़ा था। शिवपुरी के इन घने जंगलों को अब अभयारण्य में परिवर्तित कर दिया गया है, जहाँ अनेक दुर्लभ पशु-पक्षियों और वनस्पतियों को देखा जा सकता है। शिवपुरी में बने कुछ महल और झीलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहती हैं।पूरे वर्ष शिवपुरी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहता है। शिवपुरी- झांसी रोड़ पर 42 किलोमीटर स्थिति ग्राम सिरसौद में सिद्ध श्री बिलैया महादेव मंदिर है।
 इस हिल स्टेशन पर घूमने के लिए झील, कुंड, महल,मंदिर और अन्य पर्यटक स्थल हैं. इस हिल स्टेशन पर आपको जिस सुकुन का अनुभव होगा। 





अमरकंटक






अमरकंटक नर्मदा नदी, सोन नदी और जोहिला नदी का उदगम स्थान है। यह हिंदुओं का पवित्र स्थल है। मैकाल की पहाडि़यों में स्थित अमरकंटक मध्‍य प्रदेश के अनूपपुर जिले का लोकप्रिय हिन्‍दू तीर्थस्‍थल है। समुद्र तल से 1065 मीटर ऊंचे इस स्‍थान पर ही मध्‍य भारत के विंध्य और सतपुड़ा की पहाडि़यों का मेल होता है। चारों ओर से टीक और महुआ के पेड़ो से घिरे अमरकंटक से ही नर्मदा और सोन नदी की उत्‍पत्ति होती है। नर्मदा नदी यहां से पश्चिम की तरफ और सोन नदी पूर्व दिशा में बहती है। यहां के खूबसूरत झरने, पवित्र तालाब, ऊंची पहाडि़यों और शांत वातावरण सैलानियों को मंत्रमुग्‍ध कर देते हैं। प्रकृति प्रेमी और धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों को यह स्‍थान काफी पसंद आता है। अमरकंटक का बहुत सी परंपराओं और किवदंतियों से संबंध रहा है। कहा जाता है कि भगवान शिव की पुत्री नर्मदा जीवनदायिनी नदी के रूप में यहां से बहती है। माता नर्मदा को समर्पित यहां अनेक मंदिर बने हुए हैं, जिन्‍हें दुर्गा की प्रतिमूर्ति माना जाता है। अमरकंटक बहुत से आयुर्वेदिक पौधों के लिए भी प्रसिद्ध है‍, जिन्‍हें किंवदंतियों के अनुसार जीवनदायी गुणों से भरपूर माना जाता है।

  



ओंकारेश्वर 






 यह ज्योतिर्लिंग जिस पर्वत पर बना है वह देखने में  ओम के आकार का बना  है। इसी कारण इस ज्योतिर्लिंग को ओंकारेश्वर कहा जाता है। ॐकारेश्वर एक हिन्दू मंदिर है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है। यह नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नामक द्वीप पर स्थित है। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगओं में से एक है 

ओंकारेश्वर 12 ज्योर्तिलिंगो में से एक प्रसिध्द ज्योर्तिलिंग है यहां पर आपको नर्मदा नदी और कावेरी नदी मिलती हुई देखने को मिल जाएगी. यहां पर कई साल पुराने मान्यताओं वाले मंदिर हैं जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए.

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